Competition की Class तो किसी भी कोचिंग इंस्टीट्यूट में ली जा सकती है, फिर परिष्कार के कॉलेजों में क्या खास बात है?

डिग्री किसी एक अलग कॉलेज से ले लो और competition की कोचिंग किसी अलग इंस्टीटयूट से कर लो, यह बहुत असुविधाजनक है। कुछ Students ऐसा करते भी हैं, लेकिन यह योजना इसलिए बेकार है क्योंकि कोई भी कोचिंग इंस्टीट्यूट्स 4-6 माह से लेकर डेढ़ वर्ष तक में Competition की पूरी Coaching करवा देती है। इससे एक ओर तो डिग्री की पढ़ार्इ उपेक्षित हो जाती है, बहुत-से बच्चे डिग्री में ही फ़ेल हो जाते हैं। फिर विद्‌यार्थी IAS, RAS के लिए तीन साल बाद पात्र होने पर वे कोचिंग में पढ़ाए हुए को काफी-कुछ भूल भी जाते हैं। ऐसी गलत योजना से विद्यार्थी की ग्रेजुएशन की डिग्री तो बिगड़ती ही है, साथ-ही 12वीं के तुरंत बाद IAS, RAS की Competition की तैयारी उसके सर से भी गुज़र जाती है। दरअसल परिष्कार कॉलेज के ‘ऑटोनोमस’ होने के कारण परिष्कार कॉलेज में Degree एवं Competition का पाठ्‌यक्रम एक ही बना लिया है इसलिए विद्‌यार्थी तीन वर्षों में क्रमश: आगे बढ़ते हुए Competition की संतुलित एवं मजबूत तैयारी कर लेता है जोकि तथाकथित किसी भी कोचिंग इंस्टीट्‌यूट में, या फिर किसी भी अन्य कॉलेज में संभव ही नहीं है।

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